ये निवृत्त मुंबई उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति सी एस धर्माधिकारी है।इन्होंने भारत में जाती व्यवस्था ने क्या बरबादी की इसके बारे में स्पष्ट रूप से अपमे विचार व्यक्त किए है।जाती नहीं मानते इसलिए इन्हें भी उनके सगे संबंधियों ने जाती बहिष्कृत किया।उनका दर्द झलक रहा है।इस वीडियो को ज्यादा से से
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जय भीम
नागसेन सोनारे